रितिक अग्रवाल की रिपोर्ट
डोईवाला – मानसून सीजन में जब जंगल हरा- भरा और घना होता है, उस समय नदी नालों में पानी आ जाने व वन मार्गों पर कीचड़ हो जाने से वाहनों की आवाजाही बंद हो जाती है। इस मौसम में जंगल व वन्य प्राणियों विशेषकर बाघों की सुरक्षा सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती होती है। क्योंकि इसी मौसम में जंगल माफिया और शिकारियों की भी सक्रियता बढ़ जाती है। तो सांप-बिच्छुओं से लेकर दूसरे जानवरों के हमलों का भी खतरा रहता है।
लेकिन सुरक्षा में तैनात रहने वाले वन कर्मियों को इन कठिन चुनौतियों का सामना करते हुए ज्यादातर पैदल ही गस्त करना पड़ता है। बारिश के 3 माह वन कर्मियों के लिए परीक्षा की घड़ी होती है।
जिसको लेकर बड़कोट रेंज में भी रेंज अधिकारी धीरज रावत के निर्देश पर फॉरेस्ट टीम द्वारा लगातार जंगल की सुरक्षा के लिए रेंज के आरक्षित छेत्र में गस्त कर रही है। अपनी अपनी बीट के इंचार्ज अपनी टीम के साथ लगातार जंगल की सुरक्षा के लिए जंगलों में गस्त पर है।
मानसून के चलते जंगलों में पैदल गस्त करना एक बेहद बड़ी चुनौती वाला काम है बावजूद जंगलात के सिपाही अपनी ड्यूटी पर तैनात है।
बड़कोट रेंज अधिकारी धीरज रावत ने बताया कि बड़कोट रेंज में लगातार दिन रात गस्त जारी है। साथ ही जंगल को बचाना हमारा कर्तव्य है।
बड़कोट रेंज के अंतर्गत वन क्षेत्र अधिकारी धीरज सिंह रावत, वन बीट अधिकारी अभिषेक राठौर, वन बीट अधिकारी राजू राणा, बीट अधिकारी मुकेश सजवान, प्रियंका,कंचन, अमृता, कपिल शर्मा, रीना, राधा, प्रकाश अंतवाल, अखिलेश नौटियाल आदि लगातार अपनी ड्यूटी पर सक्रिय है।